
Published Posts by रामधारी सिंह दिनकर
पाटलिपुत्र की गंगा से
सन्ध्या की इस मलिन सेज पर... Read More
अतीत के द्वार पर
‘जय हो’, खोलो अजिर-द्वार मेरे अतीत... Read More
गध-महिमा (पद्य-नाटिका) / भाग 3
दृश्य ६ (प्रथम दृश्य की आवृत्ति... Read More
मगध-महिमा (पद्य-नाटिका) / भाग 2
(नेपथ्य के भीतर से इतिहास गाता... Read More
मगध-महिमा (पद्य-नाटिका)
दृश्य १ (नालन्दा का खँडहर गैरिक... Read More
मंगल-आह्वान
भावों के आवेग प्रबल मचा रहे... Read More
संसार पूजता जिन्हें तिलक
संसार पूजता जिन्हें तिलक, रोली, फूलों... Read More
सरहद के पार से
जन्मभूमि से दूर, किसी बन में... Read More
जवानी का झण्डा
घटा फाड़ कर जगमगाता हुआ आ... Read More
बल या विवेक
कहते हैं, दो नौजवान क्षत्रिय घोड़े... Read More
अचेतन मृत्ति, अचेतन शिला
अचेतन मृत्ति, अचेतन शिला। रुक्ष दोनों... Read More
तिमिर में स्वर के बाले दीप आज फिर आता है कोई
तिमिर में स्वर के बाले दीप,... Read More
ओ अशेष! निःशेष बीन का एक तार था मैं ही
ओ अशेष! निःशेष बीन का एक... Read More
वह प्रदीप जो दीख रहा है झिलमिल दूर नहीं है
वह प्रदीप जो दीख रहा है... Read More
बटोही, धीरे-धीरे गा
बटोही, धीरे-धीरे गा। बोल रही जो... Read More
रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद
रात यों कहने लगा मुझसे गगन... Read More
जा रही देवता से मिलने?
जा रही देवता से मिलने? तो... Read More
अन्तिम मनुष्य
सारी दुनिया उजड़ चुकी है, गुजर... Read More
हे मेरे स्वदेश!
छिप जाऊँ कहाँ तुम्हें लेकर? इस... Read More
अतीत के द्वार पर
‘जय हो’, खोलो अजिर-द्वार मेरे अतीत... Read More